गीता ज्ञान

11 months ago
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संत रामपाल जी महाराज के अनुसार जीवन का अंतिम उद्देश्य केवल और केवल परमात्मा की प्राप्ति है। सतगुरु के मार्गदर्शन में रहते हुए, सच्ची भक्ति और साधना के माध्यम से ही आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो सकता है। यह जीवन अत्यंत मूल्यवान है और इसका सही उपयोग केवल सत्गुरु की शरण में ही संभव है।

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