Jhumti Chali Hawa झूमती चली हवा (Mukesh) Cover Umakant Mishra

1 month ago
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झूमती चली हवा, याद आ गया कोई बुझती-बुझती आग को, फिर जला गया कोई झूमती चली हवा, याद आ गया कोई
खो गई है मंज़िलें, मिट गए हैं रास्ते खो गई है मंज़िलें, मिट गए हैं रास्ते गर्दिशें ही गर्दिशें अब हैं मेरे वास्ते अब हैं मेरे वास्ते और ऐसे में मुझे, फिर बुला गया कोई झूमती चली हवा, याद आ गया कोई

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