Koi Hamdam na raha-कोई हमदम ना रहा (Kishore Kumar) Cover Umakant Mishra

1 month ago
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कोई हमदम ना रहा, कोई सहारा ना रहा हम किसी के ना रहे, कोई हमारा ना रहा कोई हमदम ना रहा, कोई सहारा ना रहा शाम तन्हाई की है, आएगी मंज़िल कैसे? शाम तन्हाई की है, आएगी मंज़िल कैसे? जो मुझे राह दिखाए वही तारा ना रहा कोई हमदम ना रहा, कोई सहारा ना रहा

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